सुनो रे , सुनो रे हिमालय की पुकार सुनो ,
क्या कहती बहती नदिया की धार सुनो ,
प्रगति के नाम पर कब तक होगी नादानी ,
रोकना है विनाश , और प्रलय घमासान ,
प्रकृति की रक्षा करने वालो के विचार चुनो ,
सुनो रे , सुनो रे हिमालय की पुकार सुनो ,
क्या कहती बहती नदिया की धार सुनो ,
जंगल काटते रहे और पानी को रोकते रहे ,
कितना वैभव और सुख देती वसुंधरा हमको ,
जागो रे जागो कृतघ्नों सा मत व्यवहार करो ,
सुनो रे , सुनो रे हिमालय की पुकार सुनो ,
क्या कहती बहती नदिया की धार सुनो
विनोद भगत
क्या कहती बहती नदिया की धार सुनो ,
प्रगति के नाम पर कब तक होगी नादानी ,
रोकना है विनाश , और प्रलय घमासान ,
प्रकृति की रक्षा करने वालो के विचार चुनो ,
सुनो रे , सुनो रे हिमालय की पुकार सुनो ,
क्या कहती बहती नदिया की धार सुनो ,
जंगल काटते रहे और पानी को रोकते रहे ,
कितना वैभव और सुख देती वसुंधरा हमको ,
जागो रे जागो कृतघ्नों सा मत व्यवहार करो ,
सुनो रे , सुनो रे हिमालय की पुकार सुनो ,
क्या कहती बहती नदिया की धार सुनो
विनोद भगत