म्यर पहाडक ज्वानों
सुण लिया यक बात ,
शराब पिबेर नि करो
जवानी अपणी बरबाद ,
शराबक लिजी किलें बदनाम
करौन्छां अपणी भुमी ,
अब बदल दिया भागि ,
पहाडेक पहाडीक परिभाषा ,
सूर्य अस्त ,पहाड़ मस्त ,
कुनी वालोंक मूख बंद कर दिया अब ,
हाथ जोडबेर विनती छु हमरी ,
द्य्खें दिया अब सबुकें ,
बतें दिया अब सबुकें ,
जो यस कौल ,
वीक मुखम जलि लाकड़ लगे दिया ,
पर शराब अब पिन छोड़ दिया ज्वानो
विनोद भगत
सुण लिया यक बात ,
शराब पिबेर नि करो
जवानी अपणी बरबाद ,
शराबक लिजी किलें बदनाम
करौन्छां अपणी भुमी ,
अब बदल दिया भागि ,
पहाडेक पहाडीक परिभाषा ,
सूर्य अस्त ,पहाड़ मस्त ,
कुनी वालोंक मूख बंद कर दिया अब ,
हाथ जोडबेर विनती छु हमरी ,
द्य्खें दिया अब सबुकें ,
बतें दिया अब सबुकें ,
जो यस कौल ,
वीक मुखम जलि लाकड़ लगे दिया ,
पर शराब अब पिन छोड़ दिया ज्वानो
विनोद भगत
No comments:
Post a Comment